राज योग का अर्थ
[ raaj yoga ]
राज योग उदाहरण वाक्य
परिभाषा
संज्ञा- मनुष्य के पूर्ण कल्याण तथा शारीरिक, मानसिक और आत्मिक शुद्धि के लिए, चित्त की वृत्तियों का निरोध करने के लिए महर्षि पतञ्जलि द्वारा योगसूत्र में उल्लिखित आठ अंगों वाला योग:"यम, नियम, आसन, प्राणयाम, प्रत्यहार, धारणा, ध्यान और समाधि, ये अष्टांग योग के आठ अंग हैं"
पर्याय: अष्टांग योग, अष्टांगयोग, राजयोग
उदाहरण वाक्य
अधिक: आगे- गुरु का नीच भंग राज योग भी है।
- sirनमस्ते , मेरे कुंडली कोई राज योग मौजूद है?
- यह स्थिति भी राज योग बना रही है।
- योगी डॉ . अमृत राज, योग एंड आयुर्वेद विशेषज्ञ
- राज योग ' तो सभी नेताओं का है।
- विपरीत राज योग - ज्योतिष और योग |
- ज्ञान योग में - राज योग ।
- राज योग के द्वारा अपना परम पिता पहचानों ,
- राज योग में भी इसे प्रत्याहार कहा जाता है।
- राज योग से इच्छा शक्ति बढ़ती है।